ऐ गमे जाना बता क्यों तेरे दीवानों के SHARE FacebookTwitter ऐ गमे जाना बता क्यों तेरे दीवानों कजिस्म से लिपटी हुई गुर्दे सफ़र मिलती हबिन पिए दिल मेरा हो जाता है गौहर सैलाजब भी साकी से कभी मेरी नज़र मिलती ह SHARE FacebookTwitter Tagsपिया शायरी
Na jaane wo humse kya chhupati thi; kuch tha zaroor uske payyare se hontho pe; magar na jaane kyon h.......Read Full Shayari