तेरी महफ़िल से उठे तो किसी को खबर तक ना थी

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तेरी महफ़िल से उठे तो किसी को खबर तक ना थी
तेरा मुड़-मुड़ कर देखना हमें बदनाम कर गया

This is a great तेरी आँखे शायरी. If you like किसी की चाहत शायरी then you will love this. Many people like it for तेरी खामोशी शायरी.

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