महफ़िल में कुछ तो सुनाना पड़ता है

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महफ़िल में कुछ तो सुनाना पड़ता है
ग़म छुपा कर मुस्कुराना पड़ता है
कभी हम भी उनके अज़ीज़ थे
आज-कल ये भी उन्हें याद दिलाना पड़ता है

This is a great मुस्कुराना शायरी इन हिंदी.

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