हम तो सोचते थे कि लफ्ज़ ही चोट करते हैं

SHARE

हम तो सोचते थे कि लफ्ज़ ही चोट करते हैं
मगर कुछ खामोशियों के ज़ख्म तो और भी गहरे निकले

This is a great दो लफ्ज़ शायरी. If you like लफ्ज़ शायरी इन हिंदी then you will love this.

SHARE