आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा

SHARE

आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा
कश्ती के मुसाफ़िर ने समंदर नहीं देखा
बे-वक़्त अगर जाऊँगा सब चौंक पड़ेंगे
एक उम्र हुई दिन में कभी घर नहीं देखा

SHARE