होंठो पे अपने

SHARE

होंठो पे अपने, यूँ ना रखा करो तुम नादान, कलम को
वरना नज़्म फिर नशीली होकर, लड़खड़ाती रहेगी

This is a great अपने पराये शायरी. If you like अपने बारे मे शायरी then you will love this. Many people like it for अपने शायरी fb.

SHARE