नज़रें मेरी कहीं थक न जायें

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नज़रें मेरी कहीं थक न जायें
बेवफा तेरा इंतज़ार करते-करते
ये जान यूँ ही निकल न जाये
तुम से इश्क़ का इज़हार करते-करते

This is a great मेरी खामोशी शायरी. If you like मेरी जिंदगी शायरी then you will love this. Many people like it for मेरी जिन्दगी शायरी.

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