हकीकत समझो या फसाना

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हकीकत समझो या फसाना
अपना समझो या बेगाना
हमारा आपका है रिश्ता पुराना
इसलिये फर्ज था आपको बताना
ठंड शुरू हो गयी है
कृपया रोज मत नहाना

This is a great जिंदगी की हकीकत शायरी. If you like मेरी हकीकत शायरी then you will love this. Many people like it for शायरी हकीकत की. Share it to spread the love.

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