मोहब्बत से

SHARE

मोहब्बत से, इनायत से, वफ़ा से चोट लगती है
बिखरता फूल हूँ, मुझको हवा से चोट लगती है
मेरी आँखों में आँसू की तरह इक रात आ जाओ
तकल्लुफ़ से, बनावट से, अदा से चोट लगती है

This is a great इजहारे मोहब्बत शायरी. If you like मोहब्बत शायरी 2 लाइन then you will love this. Many people like it for मोहब्बत शायरी facebook. Share it to spread the love.

SHARE