जख्म जब मेरे सीने के भर जायेंगें आसूं SHARE FacebookTwitter जख्म जब मेरे सीने के भर जायेंगें आसूंभी मोती बन कर बिखर जायेंगेंमत पूछना किस-किस ने धोखादिया वर्ना कुछ अपनों के चेहरे उतर जायेंगें ! SHARE FacebookTwitter Tagsधोखा शायरी नेपाली