चाँद को अपनी चौकट पे सजाने की तमन्ना ना कर SHARE FacebookTwitter चाँद को अपनी चौकट पे सजाने की तमन्ना ना कर,ये जमाना तो आँखों से ख्वाब भी छीन लेता हैMore SHARE FacebookTwitter Tagsचाँद शेर शायरी