पतझड़ हुए बिना पेड़ पर नए पत्ते नहीं आते SHARE FacebookTwitter पतझड़ हुए बिना पेड़ पर नए पत्ते नहीं आते, ठीक उसी तरह "परेशानी" और "कठिनाई" सहे बिना इंसान के अच्छे दिन नहीं आते। सुप्रभात! SHARE FacebookTwitter