हम न होते तो किताबें कौन पढ़ता SHARE FacebookTwitter हम न होते तो किताबें कौन पढ़ता; आपके खिले चेहरे को कमल कौन कहता; यह तो करिश्मा है शिक्षक दिवस का; व्रना पत्थर को ताजमहल कौन कहता। शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!More SHARE FacebookTwitter
गुरूदेव के श्रीचरणों में; श्रद्धा सुमन संग वंदन; जिनके कृपा नीर से; जीवन हुआ चंदन; धरती कहती, अंबर.......Read Full Message
आपने बनाया है मुझे इस योग्य; कि प्राप्त करूँ मैं अपना लक्ष्य; दिया है हर समय आ.......Read Full Message
नहीं हैं शब्द कैसे करूं धन्यावाद; बस चाहिए हर पल आप सबका आशीर्वाद; हूँ जहाँ आज मैं उसमें ह.......Read Full Message