राम लिखा SHARE FacebookTwitter राम लिखा, रेहमान लिखा; गीता और कुरान लिखा; जब बात हुई पूरी दुनियां को एक लफ्ज़ में लिखने की; तब मैंने 'माँ' का नाम लिखा। मदर डे की हार्दिक शुभकामनाएं!More SHARE FacebookTwitter
हजारो फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए, हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए, हजारों बून्द चाहिए समुद्र बना.......Read Full Message
हमारे कुछ गुनाहों की सज़ा भी साथ चलती है, हम अब तन्हा नहीं चलते दवा भी साथ चलती है, अभी ज़िन्दा है .......Read Full Message
ये जो सख्त रास्तों पे भी आसान सफ़र लगता है, ये मुझ को माँ की दुआओ का असर लगता है, एक मुद्दत.......Read Full Message
मंजिल दूर और सफ़र बहुत है; छोटी सी जिंदगी की फिकर बहुत है; मार डालती ये दुनिया .......Read Full Message