या देवी सर्वभूतेषु प्रकृति रूपेण संस्थिता नमस्तस्वै नमस्तस्वै नमस्तस्वै नमो नम: ! SHARE FacebookTwitter या देवी सर्वभूतेषु प्रकृति रूपेण संस्थिता नमस्तस्वै नमस्तस्वै नमस्तस्वै नमो नम: ! जय माँ ब्रह्मचारिणी! नवरात्रि की शुभकामनाएं!More SHARE FacebookTwitter
सजा द्वार है और एक ज्योति जगमगाई है; नसीब जागेगा उन जागरण कराने वालों का; नसीब जाग.......Read Full Message
माँ का सजा है कितना निराला दरबार, मां सुनती है सब भक्तों की पुकार, पूरे कर दो सा.......Read Full Message
लाल रंग की चुनरी से सजा माँ का दरबार है, हर्षित हुआ मन, पुलकित हुआ संसार है; नन्हें-नन्हें कदमों से मा.......Read Full Message