ज़मीन पर तू फैसले कितने ही क्यों न बदल दे रूपयों की ताक़त से SHARE FacebookTwitter ज़मीन पर तू फैसले कितने ही क्यों न बदल दे रूपयों की ताक़त से; पर याद रहे कि ख़ुदा के घर कर्मों की दौलत वाला ही अमीर होता है। SHARE FacebookTwitter