हम आज भी शतरंज का खेल अकेले खेलते हैं! SHARE FacebookTwitter हम आज भी शतरंज का खेल अकेले खेलते हैं! क्योंकि दुश्मनों को हम सामने बिठाते नहीं और 'दोस्तों' के खिलाफ चाल चलना हमें आता नहीं। SHARE FacebookTwitter