राहुल: रात भर रोही तुम,
दु:खी हो ना मेरे इश्क मेँ,
आरोही: नही,
ऐसे ही रो रही थी तुम्हारी याद मेँ,
राहुल: पर मेँ तो यही हुँ
आरोही: ऐसे ही रहोगे ना मेरे पास
राहुल: यही कहने आया था तुम्हे.
के अब तुम्हे जितना रोना है रो लो,
तुम्हारे रोने के दिन अब गये.
मे ये सब छोड दुगाँ,
आरोही,
मे नया बन जाऊगाँ तुम्हारे लिये
देखना सब ठीक हो जायेगाँ,
मै भी तुम भी मदद करोगी ना मेरी?
आरोही: कभी ना कहाँ है?
राहुल: नही
भुला देना मुझे है
अलविदा तुझे,
तुझे जीना है मेरे बिना..!