उससे प्यार हुआ जिसे हम कभी पा ना सके,
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जिसकी बांतो को हम कभी बुला ना सके,
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दिल लगाया और लगाकर तोड दिया उसने,
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जिसे भुलना चाहा पर हम भुला ना सके,
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अपनी कसम दे कर उसने मजबुर कर दिया,
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मुझे खुश रखने के लिए खुद से ही दुर कर दिया,
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हमारी चाहत को कभी उसने समझा ही नही,
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और हम थे कि उनके लिए, अपनो को ही छौड दियाँ ...! ↓↓↓↓↓↓↓↓↓↓↓↓↓