हर कोई यहाँ मजदूर हैं चाहे पहने सूट बूट या मैला मेहनत करके कमाता हैं कोई सैकड़ा कोई SHARE FacebookTwitter हर कोई यहाँ मजदूर हैं चाहे पहने सूट बूट या मैला मेहनत करके कमाता हैं कोई सैकड़ा कोई देहला हर कोई मजदूर ही कहलाता हैं चाहे अनपढ़ या पढ़ा लिखा मजदुर दिवस SHARE FacebookTwitter