→1 pyar ki kahani→
एक परीँदा सफेद फुल से प्यार कर बैठा,,
काफी दिन बाद परीँदे ने फुल को prpose किया!
फुल ने कहा:- जब मै सफेद से लाल बन जाऊगाँ...!
तब तम्से प्यार करुगाँ..!
परीँदे ने अपनी चोँच से अपना पेट काट दिया..
और सारा खुन फुल के ऊपर गिरा दिया..!
'और'
फुल को परीँदे से प्यार हो गया..!
पर अफसोस परीँदा जिन्दा नही रहा..!
moral:-ये है सच्चा प्यार!
इसीलिए कहा गया है की सच्चे प्यार का कभी भी इम्तहान नहीं लेना चाहिए,
क्यूंकि सच्चा प्यार कभी इम्तहान का मोहताज नहीं होता है,
ये वो फलसफा है जो आँखों से बयाँ होता है,
ये जरूरी नहीं की तुम जिसे प्यार करो वो तुम्हे प्यार दे,
बल्कि जरूरी ये है की जो तुम्हे प्यार करे तुम उसे जी भर कर प्यार दो,
फिर देखो ये दुनिया जन्नत सी लगेगी,
प्यार खुदा की ही बन्दगी है,
खुदा भी प्यार करने वालो के साथ रहता है..!!