रोजाना पढ़ो और चिंतन करो--- पहला - मरना अवश्य है । दूसरा - साथ कुछ नहीं जाना

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रोजाना पढ़ो और चिंतन करो--- पहला - मरना अवश्य है । दूसरा - साथ कुछ नहीं जाना है । तीसरा - जो करेगा वो भरेगा । चौथा -जहाँ उलझो वहीं सुलझो । पाँचवा -जो है उसमें संतोष करो । ईश्वर मेरे बिना भी ईश्वर ही है... मगर मैं ईश्वर के बिना कुछ भी नहीं..

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