कोई हालात नहीं समझता SHARE FacebookTwitter कोई हालात नहीं समझता, कोई ज़ज्बात नहीं समझता, ये तो अपनी-अपनी समझ की बात है जनाब, कोई कोरा काग़ज़ समझ लेता है, तो कोई पूरी किताब नहीं समझता! SHARE FacebookTwitter