ज़िंदगी की तपिश को सहन कीजिये जनाब SHARE FacebookTwitter ज़िंदगी की तपिश को सहन कीजिये जनाब, अक्सर वे पौधे मुरझा जाते हैं, जिनकी परवरिश छाया में होती हैं! SHARE FacebookTwitter