बड़ी बेवफ़ा हो जाती है ग़ालिब ये घड़ी भी सर्दियों में SHARE FacebookTwitter बड़ी बेवफ़ा हो जाती है ग़ालिब ये घड़ी भी सर्दियों में; पाँच मिनट और सोने की सोचो तो, तीस मिनट आगे बढ़ जाती है। SHARE FacebookTwitter