होठों पे उल्फ़त के फ़साने नहीं आते SHARE FacebookTwitter होठों पे उल्फ़त के फ़साने नहीं आते; जो बीत गए फिर वो ज़माने याद नहीं आते; दोस्त ही होते हैं दोस्तों के हमदर्द; कोई फ़रिश्ते यहाँ साथ निभाने नहीं आते। SHARE FacebookTwitter
ज़िन्दगी के कुछ उलझे सवालों से डर लगता है, ज़िन्दगी में दिल की तन्हाइयों से डर लगता है; ज़ि.......Read Full Message
मित्र क्या होता है? जब जिंदगी नामक स्क्रीन लो बैटरी का मैसेज दिखाती है और रिश.......Read Full Message