अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं SHARE FacebookTwitter अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं; दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं; हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी; अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं। SHARE FacebookTwitter
ज़िन्दगी के कुछ उलझे सवालों से डर लगता है, ज़िन्दगी में दिल की तन्हाइयों से डर लगता है; ज़ि.......Read Full Message
मित्र क्या होता है? जब जिंदगी नामक स्क्रीन लो बैटरी का मैसेज दिखाती है और रिश.......Read Full Message