खुबसुरत है जिंदगी ख्वाब की तरह! जाने कब टुट जाये काँच की तरह! हमे ना भुलाना किसी

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खुबसुरत है जिंदगी ख्वाब की तरह! जाने कब टुट जाये काँच की तरह! हमे ना भुलाना किसी बात की तरह! अपनी सोच मे रखना खुबसुरत याद की तरह!

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