जूठे बरतनों के ढेर से घबराकर महिला बोली,
"हे ईश्वर! यह अलादीन का जादुई चिराग
पुरुषों को मिलता है, किसी महिला को क्यों
नहीं मिलता? कोई जिन्न होता जो हमारा भी
हाथ बंटा दिया करता।"
महिला की यह पुकार सुन ईश्वर स्वयं
प्रकट हुए और बोले, "नियम के अनुसार एक
महिला को एक बार में एक ही जिन्न मिल
सकता है और हमारा रिकॉर्ड कहता है
तुम्हारी शादी हो गयी है.......
तुम्हें तुम्हारा
जिन्न मिल चुका है।
उसे अभी-अभी तुमने
सब्जी मंडी भेजा है, रास्ते में टेलर से
तुम्हारी साडी लेते हुए, मकान मालिक को
किराया देते हुए, तुम्हारे लिये झंडु बाम
लायेगा, फिर काम पर जायेगा। वो मिनी
जिन्न अर्थात पति थोड़ा टाइम खाऊ है,
मगर चिराग वाले जिन्न से ज्यादा उपयोगी
और टिकाऊ है।"