चरस मेरी ज़िन्दगी और सिगरेट मेरा कफ़न SHARE FacebookTwitter चरस मेरी ज़िन्दगी और सिगरेट मेरा कफ़न, जिस मिट्टी से बनी चिलम उसी मिट्टी में दफ़न, सुट्टे उड़ा ले, ज़िन्दगी के मज़े उड़ा ले, मर गया तो कब्र के हवाले, फिर कौन बोलेगा उठ यार एक कश और लगाले...More SHARE FacebookTwitter
रात के समय एक दुकानदार अपनी दुकान बन्द ही कर रहा था कि एक कुत्ता दुकान में आया । उसके मुॅंह में एक थैली थी। जिसमें सामान की लिस्ट और पैसे थे। दुकानदार ने पैसे लेकर सामान उस थैली में भर दिया। कुत्ते न.......Read Full Message