वो यारों की महफ़िल वो मुस्कुराते पल SHARE FacebookTwitter वो यारों की महफ़िल वो मुस्कुराते पल; दिल से जुदा है अपना बीता हुआ कल; कभी गुज़रती थी ज़िंदगी वक़्त बिताने में; अब वक़्त गुज़रता है चाँद कागज़ के नोट कमाने में। SHARE FacebookTwitter