यूँ ना खींच मुझे अपनी तरफ बेबस कर के SHARE FacebookTwitter यूँ ना खींच मुझे अपनी तरफ बेबस कर के, ऐसा ना हो कि खुद से भी बिछड़ जाऊं और तू भी ना मिले। भावार्थ यहाँ कवि को atm की लाइन से दूर पड़ा एक 100 का नोट दिखाई देता है, कवि सोच रहा है, नकली हुआ तो नोट भी गया, लाइन भी। SHARE FacebookTwitter