इतिहास गवाह है महबूबा किसी की नहीं सुनती चाहे आपकी हो SHARE FacebookTwitter इतिहास गवाह है महबूबा किसी की नहीं सुनती चाहे आपकी हो,हमारी हो या फिर कश्मीर की हो। SHARE FacebookTwitter