एकलव्य आज जिंदा होता तो द्रोणचार्य को कोस रहा होता SHARE FacebookTwitter एकलव्य आज जिंदा होता तो द्रोणचार्य को कोस रहा होता,बिना अंगूठे के ना तो उसका आधार कार्ड बनता और ना जियो की सिम मिलती। SHARE FacebookTwitter