वीरान सी इस जिंदगी को
तेरे प्यार से गुलज़ार करना चाहता हूँ
गुमसुम से मेरे दिल को
तेरी धडकनों से धडकाना चाहता हूँ
रोती सिसकती हुयी आँखों को
तेरे मुस्कुराते होटों से हँसाना चाहता हूँ
मेरी रूठी हुयी किस्मत को
तेरे हाथों की लकीरों से चमकाना चाहता हूँ
डरी सहमी मेरी सूरत को
तेरी बिखरी जुल्फों के पीछे छुपाना चाहता हूँ
मेरे मन में बसी तेरी मूरत को
इस जहाँ में सबके सामने लाना चाहता हूँ
तू मेरी बन्दिगी मेरी इबादत हैं
सजदा कर खुदा के सामने ये बात उसे बतलाना चाहता हूँ
तू हैं मेरा प्यार, मेरी मोहब्बत तेरी मोहब्बत को
भरी महफ़िल में थामकर हाथ तेरा तुझे अपना बनाना चाहता हूँ