पलों को गुजरना ही होगा....
दिलों को सँभलना ही होगा........
चाहे जिन्दगी तक ले जाये या मौत तक
अब इन राहों पर चलना ही होगा...
सूरज को निकलना ही होगा.....
शामों को ढलना ही होगा........
बरस जाये बादल या ठहर जाये
अब मौसमों को बदलना ही होगा
दिनेश गुप्ता 'दिन'