मुस्कुराने पे शुरू हो और रुलाने पे ख़त्म हो जाए

SHARE

मुस्कुराने पे शुरू हो और रुलाने पे ख़त्म हो जाए,
ये वही ज़ुल्म है जिसे लोग, मोहब्बत कहते हैं.

SHARE