1) सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो,
मुझे भी अपनी जिद्द बना लो.!!
2) जो मैं रूठ जाऊँ तो तुम मना लेना,
कुछ न कहना बस सीने से लगा लेना।
3) आज तो हम खूब रुलायेंगे उन्हें,
सुना है उसे रोते हुए लिपट जाने की आदत है !
4) हुए बदनाम मगर फिर भी न सुधर पाए हम,
फिर वही शायरी, फिर वही इश्क, फिर वही तुम.
5) सिर्फ तूने ही कभी मुझको अपना न समझा,
जमाना तो आज भी मुझे तेरा दीवाना कहता है.!