आसमान को नींद आये तो सुलाऊं कहाँ SHARE FacebookTwitter आसमान को नींद आये तो सुलाऊं कहाँ; धरती को मौत आये तो दफ्नाऊं कहाँ; सागर में लहर उठे तो छुपाऊं कहाँ; आप जैसे दोस्त की याद आये तो जाऊं कहाँ। SHARE FacebookTwitter
Teri dosti ki tarif juban pe aane lagi, tumse dosti ki or zindagi muskurane la.......Read Full Message