जिसको दिल से निकाल फेंका है SHARE FacebookTwitter जिसको दिल से निकाल फेंका है, उसने फिर मुझ पे जाल फेंका है। कितना रंगीन हो गया हूँ मैं, तूने जब से गुलाल फेंका है|: happy holi. SHARE FacebookTwitter