तुझे भूलने का कभी हौंसला ना हुआ

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तुझे भूलने का कभी हौंसला ना हुआ; दूर रहकर भी तू मुझसे जुदा ना हुआ; तुझसे मिल के हम किसी से क्या मिलते; कोई तेरे जैसा इस जहाँ में दूसरा न हुआ।

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