सुबह-सुबह ही लग गया है खुशियों का मेला SHARE FacebookTwitter सुबह-सुबह ही लग गया है खुशियों का मेला; ना रहे कोई ग़म ना आये कोई झमेला; मधुर संगीत पंछियों का, है मौसम अलबेला; मुबारक हो आपको यह नया सवेरा। सुप्रभात!More SHARE FacebookTwitter