सोया रहने दे मेरे दोस्त को यूँ नींद के ठंडे आग़ोश में SHARE FacebookTwitter सोया रहने दे मेरे दोस्त को यूँ नींद के ठंडे आग़ोश में; कहीं वो उठ ना जाए ऐ सूरज ज़रा ठहर के निकलना। सुप्रभात!More SHARE FacebookTwitter