रात गुज़री फिर महकती सुबह है आई SHARE FacebookTwitter रात गुज़री फिर महकती सुबह है आई; दिल धड़का फिर आपकी याद है आई; आँखों ने महसूस किया है उस हवा को; जो आपको छू कर है हमारे पास आई। सुप्रभात!More SHARE FacebookTwitter