ख़्वाबों के जहाँ से अब लौट आओ SHARE FacebookTwitter ख़्वाबों के जहाँ से अब लौट आओ; हुई है सुबह अब जाग जाओ; चाँद-तारों को अब कह कर अलविदा; इस नए दिन की खुशियों में खो जाओ। सुप्रभात!More SHARE FacebookTwitter