फिज़ा में महकती शाम हो तुम SHARE FacebookTwitter फिज़ा में महकती शाम हो तुम; प्यार में छलकता जाम हो तुम; सीने में छुपाए फिरते हैं हम याद तुम्हारी; मेरी जिंदगी का दूसरा नाम हो तुम। सुप्रभात! More SHARE FacebookTwitter