क्यों इंसान हँसता है रोने के बाद SHARE FacebookTwitter क्यों इंसान हँसता है रोने के बाद; जीना फिर भी पड़ता है सब कुछ खोने के बाद; सोचा आज सबको याद कर लूँ; क्या पता आँख ही ना खुले आज सोने के बाद। शुभ रात्रि!More SHARE FacebookTwitter
आंसू होते नहीं बहाने के लिए; गम होते हैं पी जाने के लिए; कभी दिल से मत सोचना कि.......Read Full Message
अंग्रेजी में, "गुड नाईट"। हिंदी में, "शुभ रात्री"। उर्दू में, "शब्बा खैर"। कन्नड़ में, "यारंद.......Read Full Message
इस प्यारी सी 'रात' में; प्यारी सी 'नींद' से पहले; प्यारे से 'सपनों' की आशा में;.......Read Full Message