तेरे बिना कैसे गुज़रेंगी ये रातें SHARE FacebookTwitter तेरे बिना कैसे गुज़रेंगी ये रातें, तन्हाई का गम कैसे सहेंगी ये रातें, बहुत लम्बी हैं घड़ियाँ इंतज़ार की, करवट बदल-बदल कर कटेंगी ये रातें। शुभरात्रि! SHARE FacebookTwitter
सितारों को भेजा है आपको सुलाने के लिए; चाँद आया है आपको लोरी सुनाने के लिए; स.......Read Full Message