रात ने चादर समेट ली है SHARE FacebookTwitter रात ने चादर समेट ली है; सूरज ने किरणें बिखेर दी है; उठो और शुक्रिया करो भगवान का; जिसने एक और सुबह दी है। शुभ दिवस। SHARE FacebookTwitter
चाँद ने अपनी चांदनी बिखेरी है; और तारों ने आसमान को सजाया है; लेकर तोहफ़ा अमन .......Read Full Message
भगवान करे क्रिस्मस की सभी ख़ुशियाँ आपके हृदय में निवास करें; इसीलिए हमारी तरफ से आप और आपके सभी प.......Read Full Message
सब के हाथों में कुछ लकीरें हैं; बनती जिनसे सब की तक़दीरें हैं; दुआ करते हैं आपके हाथों में वो लकी.......Read Full Message