गुरु तेरी महिमा को मैं कैसे करूँ बयान,
लिखने बैठूं जो तेरी महिमा तो कागज़ का यह अंबर छोटा पड़ जाये;
ऐसे मेरे गुरु हैं जो सब को इंसानियत का पाठ पढ़ायें,
उनके चरणों में शीश झुका कर बस श्रद्धा सुमन अर्पित हम करते जायें।
आप सभी गुरु जनो को शिक्षक दिवस की शुभ कामनायें!